आओ चलो चलें.... "स्वचेतना" की मशाल लेकर जीवन के अन्धकार को चीरते हुये प्रकाशमयी दुनिया में....

Sunday, November 6, 2011

ऐ दुनिया वालो क्या तुमरे मन में समाई .....

ऐ दुनिया वालो क्या तुमरे मन में समाई .....
काहेको कोंग्रेस जिताई
तुमने काहेको सत्ता में लाई
काहे जिताये तुमने माटी के पुतले
बिन सोनिया कभी कुछ ये नहीं उगले ...
काहे बनाया तुमने गुंडों को नेता
जान गरीबो की ये हर पल लेता
गुप चुप तमाशा देखे, वाह रे मनमोहन भाई
काहे को कांग्रेस जिताई........
वोट देकर जिनको इलेक्सन जिताया
नेता बनाया, संसद पहुँचाया
बैठे कब से हम हैं आश लगाये
नेता बनाके तुमको धोखा हम खाये
सपने सजाके हमने मौत गले है लगाई
काहे को कोंग्रेस जिताई
तुमने काहेको सत्ता में लाई........